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Market trend : बाजार में कंसोलीडेशन जारी रहने की उम्मीद, मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स तोड़ सकते हैं अगस्त का निचला स्तर

Market insight : नीलेश जैन का कहा है कि कुल मिलाकर,मार्केट का टेक्निकल सेटअप कमजोर दिख रहा है। लेकिन अगस्त की मंथली एक्सपायरी के करीब आने के साथ, कोई भी पॉजिटिव ट्रिगर इंडेक्स में एक मजबूत शॉर्ट-कवरिंग रैली को जन्म दे सकता है। बैंक निफ्टी बाजार के लिए सबसे कमजोर प्वाइंट बना हुआ है

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 27, 2025 पर 12:12 PM
Market trend : बाजार में कंसोलीडेशन जारी रहने की उम्मीद, मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स तोड़ सकते हैं अगस्त का निचला स्तर
नीलेश जैन ने कहा कि निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स की स्थिति अनिश्चित नजर आ रही है।ये अपने लॉन्ग टर्म 200-डीएमए 17,500 से नीचे गिरने के करीब है। इस स्तर से नीचे जाने पर बाजार का मूड और भी खराब होगा और बिकवाली का दबाव बढ़ेगा

Market insight : बाजार की आगे की संभावनाओं पर बात करते हुए सेंट्रम ब्रोकिंग के इक्विटी टेक्निकल और डेरीवेटिव रिसर्च हेड नीलेश जैन ने कहा कि पिछले हफ़्ते निफ्टी इंडेक्स ने तेज़ गैप-अप के साथ शुरुआत की और 25,669 से 24,338 तक की गिरावट को 61.8 फीसदी रिट्रेसमेंट के साथ 25,160 पर पूरा किया। हालांकि, इंडेक्स को जल्द ही तेज़ मुनाफ़ाखोरी का सामना करना पड़ा और यह अपने 50-डे मूविंग एवरेज (DMA) से नीचे 25,010 पर फिसल गया,जो अब इसके लिए तत्काल रेजिस्टेंस का काम कर रहा है। बुलिश गैप लगभग भर चुका है, इससे निकट भविष्य में कंसोलीडेशन की संभावना का संकेत मिलता है।

नीचे की ओर, 24,660 पर स्थित 100-डीएमए एक अहम सपोर्ट बना हुआ है। इस स्तर से नीचे का कोई ब्रेकआउट 24,340 पर स्थित अगस्त के निचले स्तर तक की गिरावट का कारण बन सकता है। जब तक यह सपोर्ट नहीं टूटता निफ्टी 24,400-25,000 के व्यापक दायरे में उतार-चढ़ाव करता रहेगा। पोजीशनिंग के नजरिए से देखें तो एफआईआई लॉन्ग-शॉर्ट रेशियों 10:90 के काफी लो स्तर पर आ गया है,जो तेज मंदी की स्थिति का संकेत है, जबकि डीआईआई अगस्त सीरीज के जरिए नेट बॉयर बने हुए हैं।

कुल मिलाकर,मार्केट का टेक्निकल सेटअप कमजोर दिख रहा है। लेकिन अगस्त की मंथली एक्सपायरी के करीब आने के साथ, कोई भी पॉजिटिव ट्रिगर इंडेक्स में एक मजबूत शॉर्ट-कवरिंग रैली को जन्म दे सकता है।

बैंक निफ्टी बाजार के लिए सबसे कमजोर प्वाइंट बना हुआ है। ओवरऑल मार्केट सेंटीमेंट पर इसका निगेटिव असर देखने को मिल रहा है। यह इंडेक्स वर्तमान में अपने सभी शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से काफी नीचे कारोबार कर रहा है और इसमें स्ट्रक्चरल गिरावट देखने को मिली है। इसने 12 मई को 54,000 के स्तर के पास बने गैप को भरने का प्रयास किया है और इसके पूरी तरह से भर जाने की संभावना बढ़ती जा रही है।

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