आईपीओ पेश करने वाली कंपनियां प्रमोशनल कंटेंट पोस्ट करने के लिए फिनल्यूएंसर्स (Finfluencers) की मदद लेना चाहती हैं। यह एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) की गाइडलाइंस और नियमों का उल्लंघन है। ऐसे फिनफ्लूएंसर्स जो सेबी में रजिस्टर्ड नहीं हैं, उन्हें ऐसे कंटेंट प्रमोट करने के लिए कहा जाता है जिसमें आईपीओ को निवेश का बड़ा मौका बताया जाता है। ऐसे कंटेंट्स में इन शेयरों को मल्टीबैगर अपॉर्चुनिटीज के रूप में पेश किया जाता है।