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Why Metal Stocks Fall: ट्रंप ने मेटल्स पर नहीं दिखाया प्रकोप, फिर क्यों पिघल रहे शेयर?

Metal Stocks Fall: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ का रेट जारी कर दिया है। हालांकि इसमें मेटल्स को बाहर रखा गया है, इसके बावजूद मेटल्स पर दबाव दिख रहा है। जानिए कि फिर मेटल स्टॉक में बिकवाली का दबाव क्यों है और मेटल्स को लेकर आगे क्या रुझान है?

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Apr 04, 2025 पर 11:54 AM
Why Metal Stocks Fall: ट्रंप ने मेटल्स पर नहीं दिखाया प्रकोप, फिर क्यों पिघल रहे शेयर?
अमेरिका ने मेटल्स को बड़े पैमाने पर व्यापक व्यापार प्रतिबंधों से बाहर रखा गया है। हालांकि इस बात की आशंका बनी हुई है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों के व्यापक आर्थिक प्रभाव वैश्विक विकास को धीमा कर सकते हैं और खपत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। (File Photo- Pexels)

Why Metal Stocks: अमेरिका ने रेसिप्रोकल टैरिफ का रेट जारी कर दिया है। इसके चलते आज लगातार दूसरे कारोबारी दिन मार्केट में बिकवाली का भारी दबाव है। मेटल शेयरों की बात करें तो अमेरिकी टैरिफ के चलते इंडस्ट्रियल कमोडिटीज की मांग पर गंभीर असर पड़ने की आशंका को देखते हुए बिकवाली के दबाव से जूझने लगे। हिंडाल्को (Hindalco), नाल्को (Nalco), वेदांता (Vedanta), जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) के शेयर धड़ाम से गिर गए। मेटल्स का बीएसई इंडेक्स BSE Metal शुरुआती कारोबार में आज 4 अप्रैल को 3 फीसदी से अधिक टूट गया। आज लगातार दूसरे कारोबारी दिन इसमें गिरावट आई है। वेदांता के शेयर 5 फीसदी टूटे हैं तो नाल्को, हिंडाल्को और टाटा स्टील के शेयर 4-4 फीसदी टूट गए जबकि जिंदल स्टील एंड पावर के शेयर 3.3 फीसदी फिसल गए।

मेटल्स प्रतिबंधों से बाहर, फिर भी शेयर धड़ाम क्यों?

अमेरिका ने मेटल्स को बड़े पैमाने पर व्यापक व्यापार प्रतिबंधों से बाहर रखा गया है। हालांकि इस बात की आशंका बनी हुई है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों के व्यापक आर्थिक प्रभाव वैश्विक विकास को धीमा कर सकते हैं और खपत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। COMEX पर मई डिलीवरी के लिए तांबा $4,839 प्रति पाउंड ($10,645 प्रति टन) तक गिर गया, जो पिछले हफ्ते की रिकॉर्ड ऊंचाई से 10% नीचे है। लंदन मेटल एक्सचेंज पर भी तांबा 2% गिरकर 9,510.5 डॉलर प्रति टन पर आ गया। इसके साथ ही एल्युमीनियम भी लगभग सात महीनों में अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया।

लगातार दिख सकता है गिरावट का दबाव

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