क्यों पेटीएम (Paytm) और कई नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) के शेयरों में आई हालिया गिरावट को खरीदारी के मौके के रुप में देखा जा सकता है? मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च हेड, सिद्धार्थ खेमका का कुछ ऐसा ही मानना है। उन्होंने कहा कि पेटीएम ने हाल में अपनी रणनीति में जो सुधार किया है, उसका सिर्फ उसपर ही नहीं बल्कि अन्य NBFC कंपनियों पर भी पॉजिटिव अशर पड़ता दिख रहा है। बता दें कि पेटीएम ने बीते बुधवार को कहा था कि वह 50,000 रुपये के कम के सेगमेंट में लोन आवंटन को चरणबद्ध तरीके से कम करेगी। इसकी जगह कंपनी 3 लाख रुपये से 7 लाख के टिकट साइज वाले लोन सेगमेंट पर फोकस करेगी।