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Nifty 19000 से नीचे आया, जानिए इस गिरावट में दिग्गज कंपनियों के शेयरों की कितनी हुई पिटाई

स्टॉक मार्केट्स में गिरावट की वजह जियोपॉलिटिकल टेंशन और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में उछाल है। 26 अक्टूबर को लगातार छठे सत्र Nifty और Sensex में गिरावट आई। 28 जून के बाद पहली बार निफ्टी 19,000 प्वाइंट्स से नीचे आ गया। 15 सितंबर को यह 20,222 के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया था। इस गिरावट का असर कुछ स्टॉक्स पर ज्यादा दिखा है

Curated By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Oct 26, 2023 पर 5:13 PM
Nifty 19000 से नीचे आया, जानिए इस गिरावट में दिग्गज कंपनियों के शेयरों की कितनी हुई पिटाई
सरकारी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर रहा है। निफ्टी में आई 1,000 प्वाइंट्स की गिरावट के दौरान पीएसयू स्टॉक्स का प्रदर्शन अच्छा रहा है। COAL INDIA का स्टॉक 18 अक्टूबर को 52 हफ्ते की ऊंचाई पर पहुंच गया। ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने कोल इंडिया के स्टॉक का बेहतर प्रदर्शन जारी रहने की उम्मीद जताई है।

स्टॉक मार्केट में गिरावट ने फेस्टिवल सीजन के उत्साह पर पानी फेर दिया है। दुनियाभर के गिरने वाले स्टॉक मार्केट की लिस्ट में इंडियन मार्केट्स भी शामिल हो गए हैं। इस गिरावट की वजह जियोपॉलिटिकल टेंशन और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में उछाल है। 26 अक्टूबर को लगातार छठे सत्र Nifty और Sensex में गिरावट आई। 28 जून के बाद पहली बार निफ्टी 19,000 प्वाइंट्स से नीचे आ गया। 15 सितंबर को यह 20,222 के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया था। इस गिरावट का असर कुछ स्टॉक्स पर ज्यादा दिखा है। इनमें पहला नाम Wipro का है। कंपनी के दूसरी तिमाही के नतीजे निराशाजनक रहे हैं। लगातार तीसरी तिमाही कंपनी के रेवेन्यू में गिरावट आई है।

आईटी स्टॉक्स पर ज्यादा दबाव

ज्यादा गिरने वाला दूसरा स्टॉक है Tech Mahindra। दूसरी तिमाही में कंपनी के प्रॉफिट में 61.6 फीसदी गिरावट आई है। इंडियन आईटी कंपनियों के शेयरों पर दबाव दिख रहा है। इसकी वजह यह है कि पश्चिमी देशों में हाई इंटरेस्ट रेट्स और कंज्यूमर सेंटिमेंट कमजोर होने की वजह से आईटी सर्विसेज पर क्लाइंट्स ने खर्च घटाए हैं। इस वजह से आईटी सर्विसेज की मांग घट गई है। अदाणी समूह की कुछ कंपनियों में भी लगातार दबाव बना हुआ है। इस साल जनवरी में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से अदाणी समूह के स्टॉक्स दबाव में रहे हैं।

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