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स्मॉलकैप शेयरों में हाहाकार, कोराना काल के बाद सबसे बड़ी गिरावट, 12% टूटा निफ्टी का स्मॉलकैप-100 इंडेक्स

SmallCap Stocks: निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स इस महीने अबतक 12 पर्सेंट से अधिक गिर चुका है। इससे पहले इसमें ऐसी गिरावट मार्च 2020 में देखने को मिली थी, जब भारत में लॉकडाउन लगना स्टार्ट हुआ था। आज 27 जनवरी को निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स करीब 3.84 फीसदी टूटकर बंद हुआ। गिरावट का आलम ये था इस स्मॉलकैप 100 इंडेक्स के 100 में से 94 शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 27, 2025 पर 6:41 PM
स्मॉलकैप शेयरों में हाहाकार, कोराना काल के बाद सबसे बड़ी गिरावट, 12% टूटा निफ्टी का स्मॉलकैप-100 इंडेक्स
सेंसेक्स और निफ्टी भी अपने 7-महीने के निचले स्तर पर बंद हुए हैं

शेयर बाजार की गिरावट अब कोरोना काल की याद दिलाने लगी है। खासतौर से स्मॉलकैप शेयरों में कोराना काल के बाद से इतनी बड़ी गिरावट अबतक देखने को नहीं मिली थी। निफ्टी का स्मॉलकैप 100 इंडेक्स इस महीने अबतक 12 पर्सेंट से अधिक गिर चुका है। इससे पहले इसमें ऐसी गिरावट मार्च 2020 में देखने को मिली थी, जब भारत में लॉकडाउन लगना स्टार्ट हुआ था। आज 27 जनवरी को निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स करीब 3.84 फीसदी टूटकर बंद हुआ। गिरावट का आलम ये था इस स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में जो कुल सौ शेयर शामिल हैं, उसमें से 94 शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं। इसमें से भी 27 शेयरों में 5 फीसदी या इससे भी अधिक की गिरावट दर्ज की गई है।

आंकड़ों से पता चला है स्मॉलकैप इंडेक्स में पिछली बार इतनी भारी गिरावट मार्च 2020 में आई थी, जब कोरोना महामारी के चलते निवेशकों में घबराहट की स्थिति थी। हालांकि ये भी बताना जरूरी है कि ये स्मॉलकैप इंडेक्स बाद के महीनों में ठीक हो गया था और उस साल यह न सिर्फ हरे निशान में बंद हुआ, बल्कि इसने 21 फीसदी का शानदार रिटर्न भी दिया।

वैसे साल 2022 को छोड़ दे तो, पिछले 5 सालों में 4 बार निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स ने दोहरे अंकों में रिटर्न दिया है। पिछले साल 2024 में इसने 23.94 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया था। उससे भी पहले 2023 में तो इसने 55.62% का रिटर्न दिया था। वहीं 2021 में इसने 59.28% फीसदी का बंपर रिटर्न दिया था। जबकि 2020 में इंडेक्स 21.47% फीसदी चढ़ा था। हालांकि 2022 में इसमें गिरावट आई और उस साल इसने 13.80 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया था।

मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट के पीछे कुल चार कारण हैं- कंपनियों के कमजोर नतीजे, ऊंचे वैल्यूएशन, कंज्मप्शन में सुस्ती और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने भी आग में घी डालने का काम किया है।

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