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Option Trading Tips: जान लें ऑप्शन ट्रेड्स की 3 बारीकियां, ट्रेडिंग में घाटे से बचना होगा आसान

Option Trading Tips: ऑप्शन ट्रेडिंग में एक ही स्टॉक के लिए कई इंस्ट्रूमेंट का होना इसे ज्यादा दिलचस्प बनाता है। ऑप्शन ट्रेडिंग में हमें ऑप्शन में ट्रेड एडजस्टमेंट करने की जरूरत होती है। ट्रेड एडजस्टमेंट का मतलब है ट्रेड किए जाने के बाद होने वाले बदलाव को एडजस्ट करने के लिए मूल स्थिति में बदलाव करना। ट्रेड एडजस्टमेंट का सबसे शुरुआती स्वरूप ट्रेड के मुनाफे में जाने के बाद लगाया जाने वाला ट्रेलिंग स्टॉप लॉस है

Edited By: Sunil Guptaअपडेटेड May 10, 2025 पर 3:17 PM
Option Trading Tips: जान लें ऑप्शन ट्रेड्स की 3 बारीकियां, ट्रेडिंग में घाटे से बचना होगा आसान
लॉस रिस्ट्रिक्शन एडजस्टमेंट्स, ऑप्शन ट्रेडिंग में उन स्थितियों के लिए अधिक उपयोगी है जहां सेल ऑप्शन शामिल होते हैं

Option Trading Tips: ऑप्शन ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट अपनी कई खासियतों के कारण अधिक लोकप्रिय है। एक ही स्टॉक के लिए कई इंस्ट्रूमेंट का होना इसे ज्यादा दिलचस्प बनाता है। ट्रेडिंग का मतलब पूर्वानुमान लगाना है। भले ही पूर्वानुमान सही हो, लेकिन यह उम्मीद के मुताबिक नहीं भी हो सकता है। यहीं पर हमें ऑप्शन में ट्रेड एडजस्टमेंट करने की जरूरत होती है। ट्रेड एडजस्टमेंट का मतलब है ट्रेड किए जाने के बाद होने वाले बदलाव को एडजस्ट करने के लिए मूल स्थिति में बदलाव करना। ट्रेड एडजस्टमेंट का सबसे शुरुआती स्वरूप ट्रेड के मुनाफे में जाने के बाद लगाया जाने वाला ट्रेलिंग स्टॉप लॉस है। यहां पर आगे Quantsapp Pvt. Ltd के CEO & हेड ऑफ रिसर्च शुभम अग्रवाल ने ऑप्शन ट्रेड की तीन बारीकियां बताई जिनको जानने से ट्रेडर्स के लिए घाट से बचना आसान हो सकता है।

हम ऑप्शन ट्रेड में 3 ऐसे ट्रेड एडजस्टमेंट के बारे में बात करेंगे जो मुनाफा, घाटा और जोखिम से संबंधित हैं।

1. प्रॉफिट लॉकिंग एडजस्टमेंट

इसके लिए प्रॉफिट से शुरू करते हैं। स्टॉप लॉस और लक्ष्य की मदद से अपनी पोजीशन को एडजस्ट करने के कई तरीके हैं। हालांकि, ऑप्शंस के साथ ऐसा करने का सबसे आसान तरीका प्रॉफिट लॉकिंग है। आइए हम उन ट्रेडों के 2 उदाहरण लेते हैं जिन्हें हम लेंगे और जानेंगे कि उसमें प्रॉफिट को कैसे लॉक किया जा सकता है।

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