एथेनॉल खरीदने में OMCs अब कोऑपरिटिव चीनी मिलों को प्राथमिकता देंगी। एथनॉल खरीदने के लिए जारी टेंडर डॉक्यूमेंट में ये शर्त लगाई गई है। पहले उन चीनी मिलों को प्राथमिकता मिलती थी जो लॉन्ग टर्म एग्रीमेंट करती थीं। लेकिन नई शर्तों के मुताबिक अब कोऑपरिटिव चीनी मिलों को प्राथमिकता मिलेगी। दूसरा झटका ये है कि चीनी मिलों की मांग के मुताबिक एथनॉल की कीमतें कम बढ़ने की संभावना हैं। चीनी मिलों ने 2 से 2.5 रुपए प्रति लीटर एथनॉल की कीमतें बढ़ाने की मांग की थी। लेकिन अब 1 से 1.5 रु प्रति लीटर ही एथनॉल की कीमतें बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।