देश के दिग्गज निवेशक मधुसूदन केला ने बजट के बाद मनीकंट्रोल के साथ हुई एक खास बातचीत में कहा है कि सरकारी बैंक दूसरी सरकारी कंपनियों की तुलना में कम पी/ई (प्राइस टू अर्निंग) पर कारोबार कर रहे हैं। इनमें आगे और तेजी आने की संभावना है। उनका कहना कि पिछले तीन साल में सरकारी बैंकों से दूसरी सरकारी कंपनियों की तुलना में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। बाजार में ये आमधारणा है कि सरकारी बैंकों से शेयर बहुत महंगे हो गए हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि कई सरकारी कंपनियां 30-40 पी/ई से ज्यादा पर कारोबार कर रही हैं जबकि अगर दो साल का नजरिया देखा जाए तो सरकारी बैंक अभी भी सिंगल डिजिट पी/ई पर कारोबार कर रहे हैं।
