Raymond Share Price: पति-पत्नी के झगड़े में रेमंड के निवेशकों के 9 दिन में 1688 करोड़ रुपये डूब गए। इस महीने की शुरुआत में रेमंड ने नए कारोबार में एंट्री का ऐलान किया था जिसके सपोर्ट पर शेयरों को पंख लग गए थे। हालांकि शेयरों की खुशी 10 दिन में ही गायब हो गई जब 13 नवंबर को रेमंड के सीईओ और एमडी गौतम सिंघानिया (Gautam Singhania) ने अपनी पत्नी नवाज मोदी (Nawaz Modi) से अलग होने का ऐलान किया। उनकी पत्नी ने रेमंड ग्रुप का 75 फीसदी यानी 11 हजार करोड़ रुपये मांग लिया है। इसने शेयरों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दिया और नौ कारोबारी दिनों में इसका मार्केट कैप 1600 करोड़ रुपये से अधिक घट गया।
9 दिन में 13% से अधिक फिसल गए शेयर
रेमंड के शेयर 12 नवंबर को बीएसई पर 0.71 फीसदी की बढ़त के सात 1902.65 रुपये के भाव पर बंद हुआ था। इसके बाद अगले ही दिन 13 नवंबर को गौतम और नवाज के बीच अलगाव का खुलासा हुआ और शेयर 2.90 फीसदी की गिरावट के साथ 1847.50 रुपये पर बंद हुए। 22 नवंबर को नवाज मोदी ने रेमंड ग्रुप का जब 75 फीसदी मांग लिया तो शेयर इंट्रा- डे 4 फीसदी से अधिक टूट गए थे जो सितंबर 2023 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है।
पिछले कारोबारी दिन 24 नवंबर को यह बीएसई पर 1.22 फीसदी फिसलकर 1649.10 रुपये पर बंद हुआ। इसका फुल मार्केट कैप नौ कारोबारी दिनों में 12,666.65 करोड़ रुपये से 1688 करोड़ रुपये गिरकर 10,978.67 करोड़ रुपये पर आ चुका है। टेक्निकल चार्ट पर यह 20-,50-100-,200-दिनों के EMA (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से नीचे आ चुका है।
Raymond में हिस्सेदारी कितनी है दोनों की
सितंबर तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से रेमंड में नवाज सिंघानिया के पास महज 2500 शेयर हैं और गौतम हरि सिंघानिया के पास 29 शेयर। इसकी 29.83 फीसदी हिस्सेदारी यानी 1,98,61,793 शेयर जेके इनवेस्टर्स (बॉम्बे) लिमिटेड के पास हैं। प्रमोटर्स के पास इसके 49.11 फीसदी हिस्सेदारी है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स के पास मौजूद फाइलिंग के मुताबिक जेके इनवेस्टर्स में पांच डायरेक्टर्स हैं जिसमें गौतम सिंघानिया और नवाज भी हैं। गौतम सिंघानिया अगस्त 1992 में इसके डायरेक्टर बने थे और नवाज जून 2015 में। गौतम और नवाज की शादी आठ साल तक प्रेम संबंधों के बाद 1999 में हुई थी।