डॉलर के मुकाबले रुपये में 6 नवंबर को शुरुआती कारोबार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। यह 14 पैसे गिरकर 84.23 के लेवल पर आ गया। रुपये में कमजोरी की दो बड़ी वजहें बताई जा रही हैं। पहला, इंडियन स्टॉक मार्केट्स में विदेशी निवेशकों की बिकवाली का रुपये पर असर पड़ा है। अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने इंडियन मार्केट में एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली की है। इससे रुपये पर दबाव बढ़ा है। उधर, दुनिया की प्रमुख करेंसी के मुकाबले डॉलर में मजबूती आई है। इससे भी रुपये पर दबाव बना है।
