अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने 10 दिसंबर को इंटरेस्ट रेट में 0.25 फीसदी की कमी की। इसका असर 11 दिसंबर को इंडिया सहित दूसरे स्टॉक मार्केट्स पर पड़ा। फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के ऐलान के बाद अमेरिकी बाजार भी हरे निशान में बंद हुए थे। फेड के फैसले के बाद अमेरिका में इंटरेस्ट रेट 3.5 से 3.75 फीसदी पर आ गया है। यह करीब तीन सालों में सबसे कम इंटरेस्ट रेट है। सवाल है कि फेड के फैसले का भारतीय बाजार पर कितना असर पड़ेगा?
