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Short Call: बेयर्स को बाजार पर पकड़ बढ़ाने का एक और मौका मिला, जानिए M&M और Delhivery क्यों सुर्खियों में हैं

स्टॉक मार्केट्स पर पहले से बिकवाली का दबाव था। 21 नवंबर को गौतम अदाणी पर घूस देने के आरोपों ने दबाव और बढ़ा दिया। इसने बेयर्स को बाजार पर अपनी पकड़ बढ़ाने का एक और मौका दे दिया है। उधर, जियोपॉलिटिकल टेंशन का बढ़ने का असर भी मार्केट पर देखने को मिल सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 21, 2024 पर 12:26 PM
Short Call: बेयर्स को बाजार पर पकड़ बढ़ाने का एक और मौका मिला, जानिए M&M और Delhivery क्यों सुर्खियों में हैं
इंडियन मार्केट्स पिछले पांच महीनों में गिरावट के सबसे लंबे दौर से गुजर रहा है।

इंडियन मार्केट्स के लिए मुश्किल वक्त खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बाजार में पहले से गिरावट जारी थी। गौतम अदाणी पर घूसखोरी के एक मामले में शामिल होने के आरोपों ने 21 नवंबर को बाजार पर बिकवाली दबाव बढ़ा दिया। इंडियन मार्केट्स पिछले पांच महीनों में गिरावट के सबसे लंबे दौर से गुजर रहा है। बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी सितंबर के अपने ऑल-टाइम हाई से 10 फीसदी से ज्यादा लुढ़क चुके हैं। शुरुआत में मार्केट में गिरावट की बड़ी वजह सितंबर तिमाही में कंपनियों की खराब अर्निंग्स ग्रोथ बताई गई थी। लेकिन, अब बाजार पर कई निगेटिव घरेलू और विदेशी खबरें हावी दिख रही हैं।

दबाव बढ़ाने वाले कारण

यूक्रेन के रूस पर ताजा मिसाइल हमलों के बाद तनाव फिर से बढ़ गया है। माना जा रहा है कि रूस इसके जवाब में यूक्रेन पर बड़ा हमला कर सकता है। उधर, अमेरिका में एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। इससे अगले साल अमेरिका के टैरिफ बढ़ाने के आसार है। इससे ट्रेड को लेकर टेंशन बढ़ सकता है। इधर, इंडिया में 2020 के बाद कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ सबसे खराब रही है। इनफ्लेशन आरबीआई के टारगेट से ऊपर निकल गया है। विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं। डॉलर एक साल की ऊंचाई पर पहुंच गया है।

सावधानी बरतने की सलाह

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