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Short Call: क्या अभी आईटी स्टॉक्स में इनवेस्ट करने में रिस्क कम है? जानिए CIL और Indigo क्यों सुर्खियों में हैं

अमेरिका में फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में अगले महीने कमी कर सकता है। इसका फायदा आईटी कंपनियों को मिलेगा। दूसरा, लंबे समय के बाद फिर से आईटी कंपनियां एंप्लॉयीज की भर्ती कर रही हैं। FY25 के दूसरी तिमाही के नतीजों में आईटी कंपनियों के मैनेजमेंट ने आगे डिमांड अच्छी रहने के संकेत दिए हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 29, 2024 पर 10:01 AM
Short Call: क्या अभी आईटी स्टॉक्स में इनवेस्ट करने में रिस्क कम है? जानिए CIL और Indigo क्यों सुर्खियों में हैं
अक्टूबर में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने इंडियन मार्केट्स में 1,00,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली की है। इससे Nifty के अलग-अलग सूचकांकों में 3-14 फीसदी गिरावट आई है।

आईटी कंपनियों के सितंबर तिमाही के नतीजों ने कुछ उम्मीद जगाई है। खासकर अमेरिका में बैकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस सेगमेंट (बीएफएसआई) में कंपनियां खर्च बढ़ा रही हैं। तो क्या इसका आईटी शेयरों पर अच्छा असर पड़ेगा? एनालिस्ट्स का कहना है कि अभी अनुमान लगाने में हमें जल्दबाजी नहीं करना चाहिए। हालांकि, स्थितियां अनुकूल दिख रही हैं।

अमेरिका में फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) के इंटरेस्ट रेट में अगले महीने कमी कर सकता है। इसका फायदा आईटी कंपनियों (IT Stocks) को मिलेगा। दूसरा, लंबे समय के बाद फिर से आईटी कंपनियां एंप्लॉयीज की भर्ती कर रही हैं। FY25 के दूसरी तिमाही के नतीजों में आईटी कंपनियों के मैनेजमेंट ने आगे डिमांड अच्छी रहने के संकेत दिए हैं। इसका मतलब है कि आगे फ्रेशर्स के साथ एक्सपीरियंस वाले एंप्लॉयीज की भर्ती होगी। अमेरिका में बड़े बैंकों की अर्निंग्स अच्छी है। इसका भी पॉजिटिव असर आईटी सर्विसेज की डिमांड पर पड़ेगा।

अक्टूबर में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने इंडियन मार्केट्स में 1,00,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली की है। इससे Nifty के अलग-अलग सूचकांकों में 3-14 फीसदी गिरावट आई है। लेकिन, आईटी इंडेक्स पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है। अब सवाल यह है कि अगर विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी रहती है तो क्या आईटी शेयरों में गिरावट नहीं आएगी? इस सवाल के जवाब के लिए हमें इंतजार करना पड़ेगा।

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