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Stock Tips: रिकॉर्ड हाई से 70% नीचे आया यह शेयर, फिर भी किसी ब्रोकरेज ने नहीं दी बेचने की सलाह, आपके पास है?

Stock Tips: आमतौर पर किसी शेयर में 70 फीसदी तक की गिरावट आ जाए तो मार्केट एक्सपर्ट्स उससे बचने की सलाह देते हैं। हालांकि एक स्टॉक ऐसा है जो रिकॉर्ड हाई से 70 फीसदी नीचे आ चुका है और दिसंबर तिमाही के कमजोर नतीजे के बाद आज इसमें लोअर सर्किट लगा है। हालांकि इसके बावजूद इसे कवर करने वाले 9 एनालिस्ट्स में से किसी ने इसे सेल रेटिंग नहीं दी है

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 24, 2025 पर 4:45 PM
Stock Tips: रिकॉर्ड हाई से 70% नीचे आया यह शेयर, फिर भी किसी ब्रोकरेज ने नहीं दी बेचने की सलाह, आपके पास है?
Spandana Sphoorty Shares: स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंशियल के शेयरों में आज बिकवाली का इतना तेज दबाव आया कि यह टूटकर 5 फीसदी के लोअर सर्किट पर आ गया।

Spandana Sphoorty Shares: स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंशियल के शेयरों में आज बिकवाली का इतना तेज दबाव आया कि यह टूटकर 5 फीसदी के लोअर सर्किट पर आ गया। आज की यह बिकवाली दिसंबर तिमाही के कमजोर नतीजे के चलते आई। दिसंबर तिमाही में इसका राइट-ऑफ सितंबर तिमाही के ग्रॉस एनपीए के आंकड़े के पार चला गया। इस कमजोर नतीजे पर शेयर टूटकर बीएसई पर ₹324.65  के लोअर सर्किट पर आ गए जो रिकॉर्ड हाई से करीब 70 फीसदी नीचे है। आज इसी भाव पर यह बंद भी हुआ है। इसके बावजूद किसी भी एनालिस्ट ने इसे सेल रेटिंग नहीं दी है। पिछले साल 25 जनवरी 2024 को यह ₹1084.50 के रिकॉर्ड हाई पर था और पिछले महीने 26 दिसंबर 2024 को एक साल के निचले स्तर ₹305.50 पर था। स्पंदन के शेयरों में आज 5 फीसदी का लोअर सर्किट लगा और कारोबार के अंत में ये 324.20 रुपए पर बंद हुआ।

Spandana Sphoorty Financial के लिए कैसी रही दिसंबर तिमाही?

दिसंबर तिमाही में स्पंदना स्फूर्ति को ₹638.1 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था जबकि पिछले साल की समान तिमाही में इसे ₹118.3 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था। सितंबर तिमाही में कंपनी को ₹203.9 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था। तिमाही आधार पर इसका ग्रॉस एनपीए 4.86% से गिरकर 4.85% और नेट एनपीए 0.99% से फिसलकर 0.96% पर आ गया। सालाना आधार पर प्रोविजन्स 851% बढ़कर ₹607.2 करोड़ पर पहुंच गया। दिसंबर तिमाही में इसका राइट ऑफ ₹678 करोड़ रहा जो सितंबर तिमाही में ₹477 करोड़ और दिसंबर तिमाही में ₹400 करोड़ के ग्रॉस एनपीए से काफी अधिक रहा। डिस्बर्सल भी दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 43% गिरकर ₹1,443 करोड़ पर आ गया।

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