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शेयर बाजार ने फिर पकड़ी रफ्तार, पैसा लगाने या निकालने से पहले इन 7 रणनीतियों पर डाल लें नजर

Stock Markets: कई निवेशकों को लगता है कि जब शेयर बाजार गिरकर संभल जाता है, तो उनके स्टॉक्स ने भी अपना बॉटम यानी निचला स्तर छू लिया होगी। लेकिन यह जरूरी नहीं है। हालिया करेक्शन में मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स 20% तक टूट गए थे, लेकिन इसके बावजूद इस सेगमेंट के कई स्टॉक्स अभी भी महंगे बने हुए हैं

Edited By: Vikrant singhअपडेटेड Mar 18, 2025 पर 11:24 PM
शेयर बाजार ने फिर पकड़ी रफ्तार, पैसा लगाने या निकालने से पहले इन 7 रणनीतियों पर डाल लें नजर
Stock Markets: कैश होल्ड करना भी एक पोजिशन होती है, हर समय निवेश करना जरूरी नहीं

Stock Markets: भारतीय शेयर बाजारों ने आज 18 मार्च को जबरदस्त वापसी की। सेंसेक्स में 1100 से भी अधिक की उछाल देखने को मिली, जिससे रिटेल निवेशकों को राहत की सांस लेने का मौका मिला। इससे पहले पिछले 5 महीनों से शेयर बाजार में लगातार गिरावट जारी थी। निवेशकों के पोर्टफोलियो इस दौरान लाल रंग में डूब गए थे। ऐसे में निवेशकों के मन में इस समय सबसे बड़ा सवाल यह है कि शेयर बाजार की यह तेजी कितनी टिकाऊ है। क्या उन्हें इस रिकवरी का फायदा उठाकर मुनाफा बुक कर लेना चाहिए, या उन्हें होल्ड करना चाहिए, या फिर उन्हें अपना निवेश दोगुना कर शेयर बाजार की अगली रैली की तैयारी करनी चाहिए।

इससे पहले कि आप कोई कदम उठाएं, यह समझना ज़रूरी है कि यह करेक्शन पिछले शेयर बाजार के पिछले बड़े गिरावटों से अलग था। इस बार शेयर मार्केट किसी बड़े नकारात्मक घटना के चलते नहीं, बल्कि कंपनियों की कमजोर कमाई की चिंताओं के कारण गिरा था।

शेयर मार्केट का सेंटीमेंट हमेशा "जोश और निराशा" के बीच झूलता रहता है। जब मार्केट चढ़ता है, तो लोग इसमें कहानी ढूंढते हैं, और जब गिरता है, तो कहते हैं कि "हमें पहले से पता था"। लेकिन आखिरकार सच्चाई यही है कि, लंबे समय में कंपनियों का मुनाफा ही शेयर का भाव बढ़ाता है और बाकी सभी फैक्टर्स पीछे छूट जाते हैं।

तो अब निवेशकों को क्या करना चाहिए? अगर आपके पोर्टफोलियो में गिरावट आई है और आप यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि क्या कदम उठाना सही रहेगा, तो इन 7 अहम बातों पर ध्यान दें—

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