Get App

Swiggy Share Price: आईपीओ प्राइस से नीचे हैं शेयर, क्या अभी और आएगी गिरावट या खरीदारी का शानदार मौका?

Swiggy Share Price: मार्च 2025 तिमाही में स्विगी का परफॉर्मेंस जोमैटो की तुलना में बेहतर रहा। घरेलू ब्रोकरेज फर्म आनंदराठी के मुताबिक अभी इसके शेयरों में निवेश का सुनहरा मौका है। अभी इसके शेयर आईपीओ प्राइस के भी नीचे हैं। चेक करें कि ब्रोकरेज फर्म ने स्विगी में निवेश के लिए क्या टारगेट प्राइस फिक्स किया है?

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड May 17, 2025 पर 4:23 PM
Swiggy Share Price: आईपीओ प्राइस से नीचे हैं शेयर, क्या अभी और आएगी गिरावट या खरीदारी का शानदार मौका?
Swiggy Share Price: ऑनलाइन फूड डिलीवरी और ग्रॉसरी प्लेटफार्म स्विगी के शेयर आईपीओ प्राइस से काफी नीचे बने हुए हैं।

Swiggy Share Price: ऑनलाइन फूड डिलीवरी और ग्रॉसरी प्लेटफार्म स्विगी के शेयर आईपीओ प्राइस से काफी नीचे बने हुए हैं। हालांकि मार्च 2025 के नतीजे के बाद घरेलू ब्रोकरेज फर्म आनंदराठी ने इसकी खरीदारी की रेटिंग बरकरार रखा है। ब्रोकरेज के मुताबिक अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी जोमैटो (Zomato) की तुलना में यह काफी डिस्काउंट वैल्यू पर हैं। फिलहाल इसके शेयर 321.15 रुपए पर हैं जो 16 मई शुक्रवार को बीएसई पर इसका क्लोजिंग प्राइस है। इसके शेयर आईपीओ निवेशकों को 390 रुपए के भाव के जारी हुए थे और घरेलू मार्केट में इसकी 13 नवंबर 2024 को एंट्री हुई थी।

Swiggy में निवेश के लिए क्या है टारगेट प्राइस?

मार्च तिमाही में स्विगी के फूड डिलीवरी बिजनेस का ग्रास ऑर्डर वैल्यू (GOV) सालाना आधार पर 17.6 फीसदी की रफ्तार से बढ़ा जबकि जोमैटो के लिए यह आंकड़ा 15.9 फीसदी रहा। स्विगी के GOV की ग्रोथ इतनी मजबूत इसकी 10 से 15 मिनट में डिलीवरी करने वाली पहल Bolt के चलते रही। बोल्ट की ओवरऑल वॉल्यूम में हिस्सेदारी दिसंबर 2024 तिमाही में करीब 9 फीसदी से बढ़कर मार्च तिमाही के 12 फीसदी से अधिक पर पहुंच गयी।

स्विगी का तिमाही आधार पर फूड डिलीवरी बिजनेस में एडजस्टेड मार्जिन 4.2 फीसदी पॉइंट्स उछलकर 2.9 फीसदी और कंट्रीब्यूशन मार्जिन 0.40 फीसदी पॉइंट्स बढ़कर 7.8 फीसदी पर पहुंच गया। हालांकि यह क्विक कॉमर्स बिजनेस में हाई इनवेस्टमेंट और घाटे से एडजस्ट हो गया और एडजस्टेड मार्जिन लॉस तिमाही आधार पर मार्च तिमाही में 14.6 फीसदी से बढ़कर 18 फीसदी के करीब पहुंच गया। हालांकि अब एडजस्टेड मार्जिन लॉस के कम होने की उम्मीद है और कंट्रीब्यूशन तीन से चार तिमाहियों में ब्रेक इवेन पर आ सकता है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें