IT Stocks Crashed: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ रेट का ऐलान किया तो आईटी शेयर धड़ाम हो गए। सेक्टरवाइज सबसे बुरा हाल तो आज निफ्टी आईटी का ही है जो 4 फीसदी से अधिक फिसल गया है। निफ्टी आईटी के सभी दस शेयर लाल हैं और इस पर भी सबसे बुरा हाल पर्सिस्टेंट सिस्टम्स (Persistent Systems) और कोफोर्ज (Coforge) का है। पर्सिस्टेंट सिस्टम के शेयर 10 फीसदी टूटे हैं तो कोफोर्ज के शेयर 8 फीसदी। वहीं बड़ी आईटी कंपनियों की बात करें जैसे कि टीसीएस (TCS), इंफोसिस (Infosys) और विप्रो (Wipro) जैसे स्टॉक्स की तो ये भी टैरिफ की आंधी से बच नहीं पाए हैं औऱ इनमें भी करीब 4 फीसदी की गिरावट आई है।
आईटी सर्विसेज पर टैरिफ नहीं, फिर भी शेयर क्यों धड़ाम
ट्रंप सरकार ने भारत में 26 फीसदी का रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया है। हालांकि आईटी सर्विसेज पर प्रत्यक्ष रूप से कोई खास टैरिफ नहीं लगाया गया है लेकिन इस पर अप्रत्यक्ष रूप से काफी असर पड़ेगा। जैसे कि जेफरीज की रिपोर्ट के मुताबिक जीडीपी की सुस्त ग्रोथ से इसे झटका लग सकता है।
क्या है ब्रोकरेजेज का रुझान?
जेफरीज का कहना है कि हाई टैरिफ से मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक्स और रिटेल पर असर पड़ेगा तो जिन आईटी कंपनियों का एक्सपोजर उनमें अधिक होगा, उनके सामने रिस्क अधिक है। वहीं ब्याज दरों में कटौती से कम्युनिकेशंस, एनर्जी और यूटिलिटीज को फायदा मिलेगा तो जिन आईटी कंपनियों को एक्सपोजर इनमें अधिक होगा, वे अच्छा परफॉर्म कर सकते हैं। एक और ब्रोकरेज हाउस जेपीमॉर्गन का कहना है कि इस साल निफ्टी आईटी में इतनी गिरावट आ चुकी है कि जितनी निगेटिव बातें हो सकती थीं, उसमें से अधिकतर इस गिरावट में लगभग शामिल हो चुकी है यानी कि अब अधिक गिरावट के आसार नहीं हैं। इस साल निफ्टी आईटी 17 फीसदी टूट चुका है और इसके शेयर 12-40 फीसदी तक टूट चुके हैं। हालांकि इसके बावजूद जेपीमॉर्गन का रुझान सतर्कता भरा है। जेपीमॉर्गन ने कोफोर्ज, इंफोसिस और केपीआईटी टेक पर दांव लगा रहा है लेकिन इस तिमाही टीसीएस, विप्रो, एचसीएल टेक और टाटा टेक्नोलॉजीज से दूर रहने की सलाह दी है।
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