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Titan के अजय चावला ने कहा-Tanishq की 44 फीसदी सेल्स एक्सचेंज ज्वैलरी से आती है

टाइन कंपनी के ज्वैलरी डिवीजन के सीईओ अजय चावला ने बताया कि पिछले साल कंपनी की ज्वैलरी सेल्स 42,000 करोड़ रुपये की थी। इसके अलावा कैरेटलेन की सेल्स 3,000 करोड़ रुपये थी। 45,000 की ज्वैलरी की सेल्स में डायमंड स्टडेड ज्वेलरी की हिस्सेदारी 30 फीसदी थी

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 30, 2024 पर 4:48 PM
Titan के अजय चावला ने कहा-Tanishq की 44 फीसदी सेल्स एक्सचेंज ज्वैलरी से आती है
टाइटन ने De Beers के साथ तीन साल का एक्सक्लूसिव समझौता किया है।

तनिष्क की सेल्स का 44 फीसदी से ज्यादा हिस्सा ज्वेलरी के एक्सचेंज से आता है। टाइन कंपनी के ज्वैलरी डिवीजन के सीईओ अजय चावला ने यह बताया। उन्होंने कहा कि यह डेटा बढ़ रहा है। उन्होंने 28 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सेल्स का 44 फीसदी एक्सचेंज ज्वेलरी-तनिष्क एक्सचेंज या नॉन-तनिष्क एक्सचेंज से आता है। उन्होंने कहा कि पिछले सा यह वैल्यू के हिसाब से करीब 50 फीसदी तक पहुंच गया था, लेकिन वॉल्यूम के लिहाज से 10-15 फीसदी कम था। उन्होंने कहा कि युवा ग्राहक भी गोल्ड में निवेश कर रहे हैं।

De Beers के साथ तीन साल का समझौता

उन्होंने इस कॉन्फ्रेंस में De Beers के साथ तीन साल के एक्सक्लूसिव समझौते का ऐलान किया। डी बीयर्स यूनाइटेड किंग्डम की कंपनी है। इसका ऐड कंपेन स्लोगन 'डायमंड इन फोरएवर' बहुत मशहूर है। इस समझौते के तहत कंपनी ग्राहकों तक पहुंच बढ़ाने की कोशिश करेगी। इसके लिए तनिष्क के रिटेल स्टाफ का इस्तेमाल होगा। वे ग्राहकों को नेचुरल डायमंड्स के बारे में बताएंगे। वे ग्राहकों को उसकी विश्वसनीयता का भी भरोसा दिलाएंगे।

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