अमेरिकी संसद में इस महीने की शुरुआत में पेश एक नए बिल की सबसे ज्यादा चर्चा इंडिया में हो रही है। इसकी वजह यह है कि इस बिल के निशाने पर 250 अरब डॉलर की इंडियन आईटी इंडस्ट्री है। इस बिल का सीधा असर टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक जैसी दिग्गज इंडियन आईटी कंपनियों पर पड़ेगा। इन कंपनियों की बदौलत इंडियन आईटी इंडस्ट्री की पिछले दो दशक से ज्यादा समय से दुनिया में धाक रही है। इंडिया से सर्विसेज के एक्सपोर्ट में इन कंपनियों इन कंपनियों का बड़ा हाथ रहा है। इधर, इंडिया में मिडिल क्लास के लाखों लोगों का जीवन सुखमय बनाने में इंडियन आईटी कंपनियों की बड़ी भूमिका रही है। अगर अमेरिका का यह नया बिल लागू होता है तो इससे इंडियन आईटी इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगेगा।