Vedanta के फाउंडर अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) ने 29 सितंबर को अपने पांच बिजनेसेज को डीमर्ज करने का ऐलान किया। इनमें अल्युमीनियम, ऑयल एंड गैस, बेस मेटल्स, फेरस और पावर शामिल हैं। अग्रवाल ने कहा कि हमारा मानना है कि बिजनेस यूनिट्स को डीमर्ज करने से वैल्यू अनलॉक होगी और हर वर्टिकल की ग्रोथ की रफ्तार बढ़ेगी। अभी ये बिजनेसेज नेचुरल रिसोर्सेज के बड़े अंब्रेला के तहत आते हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से प्रत्येक का अपना मार्केट है। प्रत्येक बिजनेस के अपने डिमांड- सप्लाई ट्रेंड्स हैं। डीमर्जर के बाद टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से हर बिजनेसेज को प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बोर्ड की बैठक के बाद यह बयान दिया था। यह कुछ शब्दों पर ध्यान देने की जरूरत है-'अनलॉकिंग वैल्यू', 'तेज ग्रोथ' और 'प्रोडक्टिविटी में वृद्धि'।