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जून तिमाही में 5 गुना बढ़ा मुनाफा, शेयरों ने मनाया जश्न, 13% का तगड़ा उछाल, आपके पास है?

Stock Tips: अभी इस शेयर को लिस्ट हुए एक महीने भी नहीं हुए और जून तिमाही के धमाकेदार कारोबारी नतीजे पर इसके शेयर रॉकेट बन गए। जून तिमाही में कंपनी का मुनाफा पांच गुना बढ़ गया और रेवेन्यू ने तिमाही रिकॉर्ड बना दिया। इसके चलते शेयर उछल पड़े। चेक करें कि क्या यह सोलर स्टॉक आपके पोर्टफोलियो में है और कंपनी के कारोबारी नतीजे कैसे रहे?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Sep 10, 2025 पर 4:11 PM
जून तिमाही में 5 गुना बढ़ा मुनाफा, शेयरों ने मनाया जश्न, 13% का तगड़ा उछाल, आपके पास है?
Vikram Solar Shares: विक्रम सोलर के शेयरों ने जून तिमाही के धमाकेदार नतीजे के बाद जोरदार वापसी की है। इस वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में कंपनी का मुनाफा पांच गुना से अधिक बढ़ गया और रेवेन्यू भी करीब 80% चढ़ गया।

Vikram Solar Shares: विक्रम सोलर के शेयरों ने जून तिमाही के धमाकेदार नतीजे के बाद जोरदार वापसी की है। इस वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में कंपनी का मुनाफा पांच गुना से अधिक बढ़ गया और रेवेन्यू भी करीब 80% चढ़ गया। इसके चलते महज पांच दिनों पहले ही रिकॉर्ड निचले स्तर तक टूट चुका शेयर आज रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा तो उठाया जिससे भाव थोड़े नरम पड़े लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। आज बीएसई पर यह 5.12% के उछाल के साथ ₹378.95 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 13.13% उछलकर ₹407.85 तक पहुंच गया था जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है।

Vikram Solar के लिए कैसी रही जून तिमाही?

सोलर पीवी मॉड्यूल बनाने वाली विक्रम सोलर के लिए चालू वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत धमाकेदार रही। जून 2025 तिमाही में कंपनी का कंसालिडेट लेवल पर शुद्ध मुनाफा 483.9% उछलकर ₹133.4 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी 79.7% बढ़कर ₹1,133.6 करोड़ पर पहुंच गया। ऑपरेटिंग लेवल पर बात करें तो ऑपरेटिंग प्रॉफिट दोगुने से अधिक उछलकर ₹242.2 करोड़ हो गया।

कंपनी के चेयरमैन और एमडी ज्ञानेश चौधरी का कहना है कि मजबूत मांग के दम पर कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता 4 गुना बढ़ाई जा रही है। इसके अलावा कंपनी सोलर सेल बनाने को लेकर अपनी क्षमता इस तरह बढ़ा रही है ताकि सप्लाई चेन से जुड़ी दिक्कत न आए और खर्चों पर भी नियंत्रण रहे। कंपनी ने यह भी खुलासा किया कि यह मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी को बढ़ाकर 17.5 गीगावट करने पर काम कर रही है और 12 गीगावाट कैपेसिटी के साथ सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग में बैकवर्ड इंटीग्रेशन पर काम कर रही है। कंपनी का कहना है कि केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर भारत की मुहिम, पीएलआई स्कीम के जरिए नीतिगत सपोर्ट और देश की ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर महत्वाकांक्षाओं से तगड़ा सपोर्ट मिल रहा है। कंपनी के पास 10.96 गीगावाट का ऑर्डर बुक है और इसकी कैपेसिटी यूटिलाइजेशन 89.2% है।

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