Vishnusurya Projects IPO Listing: स्टोन्स माइनिंग और ऑर्टिफिशियल बालू बनाने वाली कंपनी विष्णुसूर्या प्रोजेक्ट्स एंड इंफ्रा के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर शानदार एंट्री हुई। एंट्री करते ही इसमें अपर सर्किट लग गया। खुदरा निवेशकों के दम पर यह आईपीओ 44 गुना से अधिक भरा था। आईपीओ के तहत 68 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 73 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 7.35 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Vishnusurya Projects Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर तेजी से ऊपर चढ़ हैं। यह 76.65 रुपये (Vishnusurya Projects Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी लेवल पर बंद भी हुआ यानी कि पहले दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 12.72 फीसदी मुनाफे में हैं।
Vishnusurya Projects IPO को कैसा मिला था रिस्पांस
विष्णुसूर्या प्रोजेक्ट्स का 49.98 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29 सितंबर-5 अक्टूबर के बीच खुला था। खुदरा निवेशकों के दम पर इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था। उनके लिए आरक्षित हिस्सा 43.63 गुना भरा था। ओवरऑल यह आईपीओ 44.11 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 73.50 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, कर्ज चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
1996 में बनी विष्णुसूर्या प्रोजेक्ट्स एंड इंफ्रा रफ स्टोन्स की माइनिंग करती है। इसके अलावा यह क्रशिंग प्लांट्स और सैंड वाशिंग प्लांट्स का इस्तेमाल करके आर्टिफिशियल बालू बनाती है। यह प्रॉपर्टी डेवलपमेंट से जुड़ी कई सर्विसेज ऑफर करती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 2.29 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष तेजी से उछलकर 21.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि अगले ही वित्त वर्ष 2023 में शुद्ध मुनाफा गिरकर 17.37 करोड़ रुपये पर आ गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 63.39 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 96.03 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 133.26 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।