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जून तिमाही के कमजोर नतीजे पर Voltas धड़ाम, 8% की भारी गिरावट से घबराए निवेशक

Voltas Share Price: टाटा ग्रुप की हाउसहोल्ड अप्लाएंसेज यूनिट वोल्टास के शेयरों में आज बिकवाली की तेज आंधी आई। उम्मीद से कमजोर जून तिमाही के कारोबारी नतीजे पर निवेशक धड़ाधड़ शेयर बेचने लगे तो भाव टूट गए। जानिए कंपनी की कारोबारी सेहत कैसी है, जून तिमाही के कारोबारी नतीजे उम्मीद से कमजोर क्यों रहे और नतीजे के बाद मार्केट एनालिस्ट्स का रुझान क्या है?

Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Aug 11, 2025 पर 4:41 PM
जून तिमाही के कमजोर नतीजे पर Voltas धड़ाम, 8% की भारी गिरावट से घबराए निवेशक
चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में Voltas का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 58% गिरकर ₹140.6 करोड़ पर आ गया। प्रतिकूल मौसम और गर्मियों की सुस्त मांग ने इसके कूलिंग प्रोडक्ट सेल्स पर असर डाला जिससे मुनाफे को झटका लगा।

Voltas Share Price: टाटा ग्रुप की एसी-फ्रिज बेचने वाली कंपनी वोल्टास के शेयरों का लेन-देन आज भारी गिरावट के साथ शुरू ही हुआ। जून तिमाही के कमजोर कारोबारी नतीजे पर इसमें बिकवाली का भारी दबाव दिखा और बिकवाली की होड़ में भाव करीब 8% टूट गए। निचले स्तर पर खरीदारी के बावजूद शेयर संभल नहीं पाए और आज बीएसई पर यह 4.58% की गिरावट के साथ ₹1244.00 के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 7.79% फिसलकर ₹1202.20 के भाव तक आ गया था। अब आगे की बात करें तो ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने इसकी होल्डिंग को बरकरार तो रखा है लेकिन टारगेट प्राइस में कटौती कर दी है। एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 20 सितंबर 2024 को यह एक साल के हाई ₹1946.20 पर था जिससे 5 महीने में यह 41.65% फिसलकर 1 फरवरी 2025 को एक साल के निचले स्तर ₹1135.55 पर आ गया था।

कैसी है Voltas की कारोबारी सेहत?

चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में वोल्टास का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 58% गिरकर ₹140.6 करोड़ पर आ गया। प्रतिकूल मौसम और गर्मियों की सुस्त मांग ने इसके कूलिंग प्रोडक्ट सेल्स पर असर डाला जिससे मुनाफे को झटका लगा। जून तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी का रेवेन्यू 20% गिरकर ₹3,938.6 करोड़ पर आ गया तो ऑपरेटिंग प्रॉफिट गिरकर लगभग आधे पर यानी ₹178.6 करोड़ पर आ गया। इस दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन भी 8.6% से सिकुड़कर 4.5% पर आ गया। मैनेजमेंट के मुताबिक देरी से गर्मी आने और मानसून के जल्द आने के चलते एयर-कंडीशनर (एसी) की बिक्री पर असर पड़ा। यूनिटरी कूलिंग प्रोडक्ट्स (UCP) सेगमेंट का रेवेन्यू 25% गिर गया और मार्जिन फिसलकर 10 साल के निचले स्तर 3.6% पर आ गया। मार्केट में इसका दबदबा भी 19.5% से गिरकर 17.8% पर आ गया।

क्या है एनालिस्ट्स का रुझान?

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