बाजार के लिए हमें इस समय दो सबसे बड़ी चुनौतियां नजर आ रही हैं। इनमें से सबसे पहली चुनौती है मानसून के कमजोर रहने की संभावाना और दूसरी चुनौती है ग्लोबल स्तर पर बढ़ती महंगाई और इसके चलते बड़े केंद्रीय बैंकों के मौद्रिक नीतियों में आ रही कड़ाई। अगर कम बारिश होती है तो इससे बाजार सेटीमेंट पर असर पड़ेगा। हालांकि फसलों के उत्पादन पर इसका बहुत ज्यादा निगेटिव असर पड़ने की संभावना नहीं है क्योंकि भारत के अन्न उत्पादन क्षेत्रों में वाटर टेबल लेबल काफी अच्छी स्थिति में है। यह बातें बड़ौदा पीएनपी परिबा म्युचुअल फंड (Baroda BNP Paribas Mutual Fund) के संजय चावला ( Sanjay Chawla) ने मनीकंट्रोल के साथ एक बातचीत में कही हैं।