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दो दिन में 18% उछले Raymond के शेयर, इस कारण हो रही ताबड़तोड़ खरीदारी

Raymond Share Price: लाइफस्टाइल बिजनेस से अलग होने के बाद रेमंड के शेयरों पर दबाव दिख रहा था, अब वह हटता दिख रहा है। सितंबर की शुरुआत में इसके लाइफस्टाइल बिजनेस के शेयर अलग से लिस्ट हुए थे और नवंबर में यह एक साल के निचले स्तर पर आ गया। हालांकि अब दो दिनों में यह 18 फीसदी उछल गया। जानिए वजह क्या है?

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Dec 11, 2024 पर 11:10 PM
दो दिन में 18% उछले Raymond के शेयर, इस कारण हो रही ताबड़तोड़ खरीदारी
Raymond Realty को उम्मीद है कि यह 20 फीसदी की सालाना चक्रवृद्धि दर से सेल्स बुकिंग, रेवेन्यू और मुनाफे की रफ्तार को बनाए रखेगी। कंपनी की रेमंड ग्रुप के रेवेन्यू में वित्त वर्ष 2024 में हिस्सेदारी करीब 20 फीसदी थी।

Raymond Share Price: रेमंड के शेयर लगातार दो दिनों से रॉकेट बने हुए हैं। एक कारोबारी दिन पहले यानी 10 दिसंबर मंगलवार को इंट्रा-डे में यह करीब 14 फीसदी ऊपर चढ़ा था और दिन के आखिरी में यह 12 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ था। आज भी इसकी तूफानी तेजी जारी है और इंट्रा-डे में यह 6 फीसदी उछल गया। मुनाफावसूली के चलते भाव में नरमी आई तो है लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। आज BSE पर यह 3.64 फीसदी की बढ़त के साथ 1864.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 6.10 फीसदी उछलकर 1908.35 रुपये के भाव पर पहुंच गया था। 9 दिसंबर सोमवार को यह 0.71 फीसदी की गिरावट के साथ 1612.30 रुपये के भाव पर बंद हुआ था।

Raymond के शेयरों में तूफानी तेजी क्या है वजह?

रेमंड के शेयरों में यह तेजी रियल्टी सेक्टर को लेकर बना पॉजिटिव माहौल है। लाइफस्टाइल बिजनेस के अलग होने के बाद अब रेमंड के पास रियल एस्टेट और इंजीनियरिंग बिजनेस की कमान है। रेमंड लाइफस्टाइल के शेयर घरेलू मार्केट में 5 सितंबर को बीएसई पर 3 हजार रुपये और एनएसई पर 3020 रुपये में लिस्ट हुए थे। इसका बेस प्राइस 1563 रुपये था।

रेमंड लाइफस्टाइल के अलग होने के बाद रियल्टी और इंजीनियरिंग कारोबार रेमंड के पास है और कंपनी की योजना वर्ष 2025 तक रियल्टी कारोबार को भी अलग से लिस्ट करने की योजना है। रेमंड रियल्टी को उम्मीद है कि यह 20 फीसदी की सालाना चक्रवृद्धि दर से सेल्स बुकिंग, रेवेन्यू और मुनाफे की रफ्तार को बनाए रखेगी। कंपनी की रेमंड ग्रुप के रेवेन्यू में वित्त वर्ष 2024 में हिस्सेदारी करीब 20 फीसदी थी। ऐसे में रेमंड के शेयरों की जमकर खरीदारी हो रही है।

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