Share Markets: जीएसटी काउंसिल ने पिछले हफ्ते 3 सितंबर को बड़ा कदम उठाते हुए 12% और 28% के टैक्स स्लैब्स को खत्म करने की मंजूरी दी। इसकी जगह नए जीएसटी स्ट्रक्चर में अब सिर्फ 5% और 18% की दो मुख्य दरें होगी। इसके चलते कार से लेकर AC तक और बिस्किट से लेकर दूध तक सैंकडों उत्पादों पर इनडायरेक्ट टैक्स का बोझ कम हो गया। जीएसटी काउंसिल के इस ऐलान के बाद सोशल मीडिया और बिजनेस चैनलों पर तमाम फंड मैनेजरों और मार्केट एक्सपर्ट्स ने दावा किया कि इस कदम से शेयर बाजार में तेजी आ सकती है। लेकिन हकीकत में शेयर बाजार की लगभग सपाट रही।