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Yes Bank की डील निवेशक के लिए साबित हो सकती है फायदे का सौदा, जानिए इसकी वजह

Yes Bank की वित्तीय सेहत बेहतर हो रही है। बैंक के पास पर्याप्त पूंजी है। इसकी डिपॉजिट ग्रोथ क्रेडिट की ग्रोथ से ज्यादा है। इसकी एसेट बुक डायवर्सिफायड है। बैंक का प्रबंधन ग्रोथ की रणनीति पर आगे बढ़ रहा है। पहली तिमाही के नतीजों से इसके संकेत मिले हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 03, 2024 पर 5:57 PM
Yes Bank की डील निवेशक के लिए साबित हो सकती है फायदे का सौदा, जानिए इसकी वजह
एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी को एनपीए की बिक्री के बाद बैंक का ग्रॉस एनपीए घटकर 1.7 फीसदी और नेट एनपीए 0.5 फीसदी पर आ गया है।

यस बैंक के शेयरों का प्रदर्शन बीते 7 महीनों में काफी खराब रहा है। इस दौरान इसके प्राइस 24 फीसदी लुढ़क गए हैं, जबकि निफ्टी 16 फीसदी चढ़ा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेगुलेटर ने यस बैंक में बड़ी हिस्सेदारी की बिक्री के प्लान को मंजूरी दे दी है। इस हिस्सेदारी के संभावित खरीदारों में कई विदेशी नाम शामिल हैं। लेकिन, अभी डील का ऐलान नहीं हुआ है। यस बैंक की सही दिशा में चल रहा है। इस फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही के नतीजों से इसके संकेत मिले हैं। इसलिए रिस्क लेने वाले के लिए यह अच्छी डील हो सकती है।

ग्रोथ के रास्ते पर बढ़ रहा यस बैंक

Yes Bank अपनी वित्तीय सेहत ठीक करने की कोशिश कर रहा है। इसके पास पर्याप्त पूंजी है। इसकी डिपॉजिट ग्रोथ क्रेडिट की ग्रोथ से ज्यादा है। इसकी एसेट बुक डायवर्सिफायड है। बैंक की एसेट क्वालिटी में सुधार हो रहा है। हाल में तिमाही नतीजों से इसकी पुष्टि हुई है। पहली तिमाही में डिपॉजिट की ग्रोथ साल दर साल आधार पर 21 फीसदी रही। यह 15 फीसदी की क्रेडिट ग्रोथ से काफी ज्यादा है। हालांकि, बैंक कुल डिपॉजिट में रिटेल डिपॉजिट की हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन इसमें समय लग सकता है।

क्रेडिट ग्रोथ से ज्यादा है डिपॉजिट ग्रोथ

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