फरवरी में तीसरी COVID-19 लहर से खतरा कम होने के कारण भारत की फैक्टरी गतिविधि की रफ्तार बढ़ी है। जबकि कीमतों के दबाव में कुछ नरमी आने का मतलब डिमांड और बिजनेस अपेक्षाएं मजबूत हुई हैं। ये जानकारी एक निजी सर्वेक्षण से प्राप्त हुई है। वहीं 10-22 फरवरी तक IHS मार्किट (IHS Markit) द्वारा संकलित मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (Manufacturing Purchasing Managers' Index), जनवरी के 54.0 से सुधरकर फरवरी में 54.9 हो गया।