Amazon Layoff : एमेजॉन अपने 18,000 कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। बड़ी बात यह है कि यह पूर्व में अनुमानित छंटनी के आंकड़े से काफी ज्यादा है। इस घटनाक्रम से टेक्नोलॉजी सेक्टर में मंदी के गहराने के संकेत मिल रहे हैं। एमेजॉन के सीईओ एंडी जैस्सी (Andy Jassy) ने बुधवार को स्टाफ को भेजे मेमो में यह ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कंपनी की सालाना योजना के तहत यह कदम उठाया जा रहा है। छंटनी की शुरुआत बीते साल हुई थी, जब लगभग 10,000 लोगों की छंटनी का अनुमान लगाया गया था। यह प्रक्रिया कंपनी कॉर्पोरेट रैंक्स विशेष रूप से Amazon की रिटेल डिवीजन और ह्यूमन रिसोर्सेज के रिक्रूटिंग जैसे विभागों पर केंद्रित होगी।
लंबी अवधि में अवसरों को भुनाने में मिलेगी मदद
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एंडी जस्सी ने कहा, “एमेजॉन अतीत में अनिश्चित दौर गुजरी है और कई मुश्किल दौर से उबरी है। हम आगे भी ऐसा करते रहेंगे। इन चुनौतियों से हमें एक मजबूत कॉस्ट स्ट्रक्चर के साथ लंबी अवधि के अवसरों को भुनाने में मदद मिलेगी।”
कई टेक कंपनियां कर चुकी हैं छंटनी का ऐलान
हालांकि महीनों से एमेजॉन में छंटनी की आशंकाएं बनी हुई हैं। कंपनी ने स्वीकार किया है कि उसने महामारी के दौरान बहुत से लोगों को काम पर रखा है। इसके चलते कंपनी का आउटलुक कमजोर हो गया है। एमेजॉन से पहले दूसरी कई टेक कंपनियां छंटनी का ऐलान कर चुकी हैं। इससे पहले बुधवार को ही, सेल्सफोर्स इंक (Salesforce Inc) ने अपने लगभग 10% कर्मचारियों को निकालने और अपनी रियल एस्टेट होल्डिंग्स में कमी लाने की योजना का ऐलान किया था।
2 फीसदी चढ़ा एमेजॉन का शेयर
एमेजॉन के इस ऐलान पर उसके इनवेस्टर्स ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। सबसे पहले वाल स्ट्रीट जनरल की तरफ से यह खबर सामने आने के बाद एमेजॉन का शेयर लगभग 2 फीसदी मजबूत हो गया।
मौजूदा मंदी के दौरान टेक कंपनियों के लिए 18,000 कर्मचारियों की छंटनी सबसे बड़ी कटौती होगी। हालांकि, सिलिकन वैली की दूसरी प्रतिस्पर्धी कंपनियों की तुलना में Amazon के कर्मचारियों की संख्या खासी ज्यादा है। बीते साल सितंबर के अंत तक उसके कर्मचारियों की संख्या 15 लाख से ज्यादा थी। इस प्रकार, मौजूदा छंटनी उसकी कुल वर्कफोर्स की तुलना में लगभग 1 फीसदी है।