फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म Hindenburg Research ने अडानी ग्रुप की कंपनियों को शॉर्ट किया है यानी कि इसके शेयरों में गिरावट का अनुमान लगाया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में स्टॉक मैनिपुलेशन और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है। इसके चलते Adani Group की कंपनियों के बॉन्ड्स और शेयर रेड जोन में हैं। हिंडनबर्ग कॉरपोरेट वर्ल्ड में सभी गलत कामों का ट्रैक रिकॉर्ड रखती है और फिर इन कंपनियों को शॉर्ट करती है। ऐसे में यह जानना बहुत दिलचस्प होगा कि हिंडनबर्ग क्या है, यह कैसे काम करती है और इसने अब तक कितनी दिग्गज कंपनियों को शॉर्ट किया है। हालांकि यह भी जानना दिलचस्प है कि हिंडनबर्ग ने कुछ कंपनी के मामले में अपने पोजिशन में बदलाव भी किया है।
