नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' ने संसद में विश्वास मत पेश किया, लेकिन बहुमत साबित नहीं कर पाई। हालांकि, जाने से एक दिन पहले वो ऐसा कर गए, जो रणनीतिक तौर पर भारत की टेंशन बढ़ा सकता है। प्रचंड ने बीजिंग की महत्वाकांक्षी ‘बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव’ के तहत हिमालयी राष्ट्र को चीन के साथ रेल रूट से जोड़ने के लिए एक समझौते को मंजूरी दी। सरकारी सूत्रों के हवाले से ‘मायरिपब्लिका’ न्यूज पोर्टल ने कहा कि इस निर्णय का राजनीतिक महत्व से ज्यादा ऑपरेसनल महत्व है और ये चीन की अरबों डॉलर के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में नेपाल की भागीदारी के अनुरूप है।