सीरिया में राष्ट्रपति बशर असद की सरकार का पतन होने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए सबसे बड़े विद्रोही गुट ‘हयात तहरीर अल-शाम’(HTS) के नेता अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने इसे ‘‘इस्लामी राष्ट्र की जीत’’ बताया। राजधानी दमिश्क के उपनगरीय इलाकों में शनिवार को विद्रोही लड़ाकों के प्रवेश के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने राजधानी की विशाल उमय्यद मस्जिद का दौरा किया। गोलानी ने अपने उपनाम अहमद अल-शरा का उल्लेख करते हुए सैकड़ों लोगों से कहा कि असद ने सीरिया को ‘लालची ईरान का चारागाह’ बना दिया था।