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US vs China: चीन के डीपसीक ने अमेरिका को दिया डीप शॉक, दहल गए दुनिया भर के स्टॉक मार्केट

US vs China: एपल (Apple) और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) जैसी दिग्गज अमेरिकी टेक कंपनियों के नतीजे आने से पहले इनके शेयरों पर दबाव दिख रहा है। इसके अलावा चीन से डीपसीक (DeepSeek) ने एक बड़ी चुनौती पेश की जिसके झटके से दुनिया भर के मार्केट दहल गए। जानिए कि डीपसीक की चुनौती कितनी बड़ी है जिसने अमेरिका को भी हिला दिया?

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 27, 2025 पर 11:35 PM
US vs China: चीन के डीपसीक ने अमेरिका को दिया डीप शॉक, दहल गए दुनिया भर के स्टॉक मार्केट
चीन के डीपसीक (DeepSeek) के एक एआई मॉडल ने अमेरिकी मार्केट को हिला दिया। एशियाई मार्केट में भी बात करें तो इसका झटका दिख रहा है और अहम बाजारों में सिर्फ चीन का ही मार्केट ग्रीन दिख रहा है।

US vs China: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद चीन के साथ कारोबारी तनाव बढ़ने की आशंका के बीच एक मोर्चे पर फिलहाल चीन आगे निकल गया है। चीन के डीपसीक (DeepSeek) के एक एआई मॉडल ने अमेरिकी मार्केट को हिला दिया। एशियाई मार्केट में भी बात करें तो इसका झटका दिख रहा है और अहम बाजारों में सिर्फ चीन का ही मार्केट ग्रीन दिख रहा है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक इस बात की चर्चा जोरों पर चल रही है कि डीपसीक पूरे टेक वर्ल्ड को हिला दिया है।

कितना दमदार है DeepSeek?

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक डीपसीक का लेटेस्ट प्रोडक्ट कम खर्चीला है क्योंकि यह कम क्षमता की भी चिप पर काम करेगी। इसने एनवीडिया (Nvidia) जैसी अमेरिकी टेक कंपनियों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। डीपसीक का एआई मॉडल कितना दम दिख रहा है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि एपल के ऐप स्टोर पर रैंकिंग पर यह टॉप पर है।

सिंगापुर की Aletheia Capital के प्रमुख (कंज्यूमर और इंटरनेट) Nirgunan Tiruchelvam का कहना है कि डीपसीक का एआई मॉडल इस मामले में दिक्कतें बढ़ा रहा है कि सिलिकॉन वैली यानी अमेरिकी टेक मार्केट ने इस पर भारी-भरकम निवेश किया हुआ है। इसने एआई को लेकर भारी-भरकम रिसोर्सेज पर सवाल उठा दिए हैं। इस मॉडल को ओपन सोर्स टेक के जरिए बनाया गया जिसका एक्सेस आसान है। Saxo Markets की चीफ इंवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट चारु खन्ना का कहना है कि एनवीडिया की मार्केट में काफी दमदार मौजूदगी है लेकिन हमेशा ऐसा ही रहने वाला है, ऐसा नहीं कह सकते हैं। चारु के मुताबिक चीन के डीपसेक का उभार संकेत दे रहा है कि कॉम्पटीशन बढ़ रहा है।

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