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Khaleda Zia: कौन हैं खालिदा जिया? शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ते ही हो गई जेल से रिहाई

Bangladesh Protest: बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सोमवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का भी आदेश दिया, जो कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से घर में नजरबंद थीं

Akhileshअपडेटेड Aug 06, 2024 पर 5:51 PM
Khaleda Zia: कौन हैं खालिदा जिया? शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ते ही हो गई जेल से रिहाई
Bangladesh Protest: बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने पीएम शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के एक दिन बाद मंगलवार को संसद भंग कर दी

Bangladesh Protest: बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री खालिदा जिया को जेल से रिहा कर दिया गया है। वह 2018 से जेल में बंद थीं। उनकी रिहाई ऐसे समय हुई है जब सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण सोमवार (5 अगस्त) को उनकी धुर विरोधी शेख हसीना को सत्ता से बेदखल होना पड़ा। बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सोमवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का भी आदेश दिया, जो कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से घर में नजरबंद थीं। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने राजनेताओं और सेना के साथ अंतरिम सरकार के गठन पर चर्चा करने के बाद मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की प्रमुख जिया को तत्काल रिहा करने का आदेश दिया।

शहाबुद्दीन ने संसद को भंग करने के बाद एक अंतरिम सरकार का गठन करने का भी ऐलान किया। राष्ट्रपति शहाबुद्दीन ने देश में जारी विरोध-प्रदर्शनों के दौरान गिरफ्तार सभी छात्रों को रिहा करने का भी आदेश दिया। इससे पहले दिन में, बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने कहा कि हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और एक अंतरिम सरकार कार्यभार संभालने जा रही है। पिछले दो दिनों में हसीना सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं।

कौन हैं खालिदा जिया? (Who is Khaleda Zia?)

15 अगस्त, 1945 को जन्मीं खालिदा जिया बांग्लादेश के तत्कालीन राष्ट्रपति और सैन्य नेता जियाउर रहमान की पत्नी हैं, जिनकी 1981 में सेना द्वारा तख्तापलट की कोशिश में हत्या कर दी गई थी। तीन साल बाद जिया अपने पति की रूढ़िवादी BNP की प्रमुख बन गईं और उन्होंने 'बांग्लादेश को गरीबी और आर्थिक पिछड़ेपन से मुक्त करने' के अपने लक्ष्य को पूरा करने की कसम खाई।

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