देश की सबसे बड़ी हाउसिंग कंपनी एचडीएफसी (HDFC) और सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) का मर्जर आज यानी 1 जुलाई से प्रभावी हो गया है। इन दोनों संस्थाओं ने पिछले साल 4 जुलाई 2022 को बोर्ड और शेयरधारकों से मंजूरी मिलने के बाद मर्जर का ऐलान किया था। HDFC के चेयरमैन दीपक पारेख ने 30 जून को शेयरधारकों को लिखे एक लेटर में कहा, "HDFC Bank में HDFC के मर्जर से बैंक को क्रॉस-सेलिंग के मौके मिलेंगे। साथ ही होम लोन बिजनेस, बैंक की मुख्य शक्तियों को मजबूत करेगा।" आसान शब्दों में इसका मतलब यह है कि मर्जर के बाद HDFC के होम-लोन ग्राहकों को नई इकाई के सुविधाओं से लाभ होगा। HDFC के मर्जर के बाद HDFC बैंक का कुल डिपॉजिट 18.84 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।