यूनियन बजट में गोल्ड फंड को टैक्स के मामले में डेट म्यूचुअल फंड्स से अलग कर दिया गया है। इससे गोल्ड फंड निवेश के लिए पहले से ज्यादा अट्रैक्टिव हो गया है। साथ ही बजट में कैपिटल गेंस टैक्स के लिहाज से फाइनेंशियल एसेट्स को 12 महीने और 24 महीने के दो पीरियड में बांटा गया है। इससे गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड्स के टैक्स में फर्क हो सकता है। गोल्ड ईटीएफ पैसिव फंड है। यह 99.5 फीसदी प्योरिटी के स्टैंडर्ड गोल्ड बुलियन में अपने फंड का निवेश करता है। दूसरी तरफ गोल्ड म्यूचुअल फंड फंड्स ऑफ फंड्स है, जो गोल्ड ईटीएफ में निवेश करता है।