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SIP, EPF और NPS इन स्मार्ट तरीके से बांटें निवेश, रिटायरमेंट को बनाएं मजबूत!

SIP से लंबी अवधि में तेजी से धन वृद्धि होती है, जबकि EPF और NPS स्थिरता व टैक्स लाभ देते हैं। तीनों में उम्र और लक्ष्य के अनुसार संतुलित निवेश ही सुरक्षित भविष्य और मजबूत रिटायरमेंट की कुंजी है।

Shradha Tulsyanअपडेटेड Nov 27, 2025 पर 6:03 PM
SIP, EPF और NPS इन स्मार्ट तरीके से बांटें निवेश, रिटायरमेंट को बनाएं मजबूत!

आज के समय में हर सैलरी पाने वाले व्यक्ति के लिए यह सबसे बड़ा सवाल है कि अपनी बचत को कहां और कैसे बांटा जाए। Systematic Investment Plans (SIPs), Employees Provident Fund (EPF) और National Pension System (NPS) तीन ऐसे विकल्प हैं जो अलग-अलग फायदे देते हैं। सही अनुपात में इनका उपयोग करने से न केवल टैक्स बचत होती है बल्कि लंबी अवधि में मजबूत रिटायरमेंट फंड भी तैयार होता है।

SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान):

यह निवेश का सबसे लचीला और लोकप्रिय तरीका है। छोटे-छोटे निवेश से लंबे समय में बड़ा फंड तैयार होता है। इक्विटी आधारित SIP महंगाई को मात देने और तेजी से धन बढ़ाने का साधन है। खासकर युवाओं के लिए SIP में अधिक योगदान करना समझदारी है क्योंकि उनके पास लंबा समय और जोखिम उठाने की क्षमता होती है।

EPF (कर्मचारी भविष्य निधि):

EPF एक सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न देने वाला साधन है। यह हर सैलरी पाने वाले कर्मचारी के लिए अनिवार्य है। इसमें अतिरिक्त योगदान (Voluntary PF) भी किया जा सकता है। यह उन लोगों के लिए बेहतर है जो स्थिरता और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं।

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