धान की खेती करने वाले किसानों के लिए अजोला किसी वरदान से कम नहीं है। यह एक जलीय पौधा होता है। घास की तरह यह पौधा दिखाई देता है। तालाब, पोखर और बाउली आदि में यह अपने आप उग आता है। फ्री में मिलने वाले इस घास के पौधे से किसानों को बहुत फायदा होता हैं। यह पौधा धान की खेती के दौरान न सिर्फ किसानों की यूरिया में बचत करता है, बल्कि फसल के उत्पादन में भी काफी मदद करता है। अजोला में 3.5 फीसदी नाइट्रोजन और कई तरह के कार्बनिक पदार्थ पाए जाते हैं। इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है। इसका इस्तेमाल पशुओं के चारे में रूप में भी किया जाता है।
