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Cyber Fraud: WhatsApp, Telegram और Instagram में सबसे ज्यादा लोग हो रहे हैं ठगी के शिकार, सरकार ने जारी किया अलर्ट

Cyber Fraud: केंद्र सरकार ने आम लोगों के लिए बड़ा अलर्ट जारी किया है। इसमें गृह मंत्रालय ने कहा है कि 2024 के पहले तीन महीनों में वॉट्सऐप से जुड़ी साइबर धोखाधड़ी की कुल 43,797 शिकायतें आई हैं। वहीं टेलीग्राम पर 22,680 और इंस्टाग्राम को लेकर 19,800 शिकायतें दर्ज हुई हैं। ठग सबसे ज्यादा इन्हीं ऐप्स के जरिए लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 02, 2025 पर 11:12 AM
Cyber Fraud: WhatsApp, Telegram और Instagram में सबसे ज्यादा लोग हो रहे हैं ठगी के शिकार, सरकार ने जारी किया अलर्ट
Cyber Fraud: साल 2024 में कई लोग साइबर ठगी का शिकार हुए हैं। जिसमें बहुत से लोगों की जिंदगी भर की कमाई लुट गई है।

साल 2024 में बहुत से लोग साइबर ठगी के शिकार हुए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत समेत पूरी दुनिया में करीब 85 लाख करोड़ रुपये की साइबर ठगी के शिकार हुए हैं। इस साल सिर्फ भारत में रोजाना 60 करोड़ रुपये का चूना लग चुका है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि वॉट्सऐप के बाद टेलीग्राम और इंस्टाग्राम में लोग सबसे ज्यादा ठगी के शिकार हुए हैं। इन तीनों ऐप्स में करोड़ों यूजर्स हैं। बड़ी संख्या में लोग इन्हें रोजाना यूज करते है। इसलिए ऑनलाइन ठगी करने वाले लोगों के लिए यहां अपने शिकार पकड़ना आसान हो जाता है।

साल 2024 के पहले तीन महीनों में सरकार के पास WhatsApp के जरिए साइबर फ्रॉड की सबसे ज्यादा 43,797 शिकायतें आई थीं। इसके बाद Telegram से फ्रॉड की शिकायतें 22,680 दर्ज हुई हैं। इसी तरह Instagram से फ्रॉड की 19,800 शिकायतें आई थीं। रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर ठग ऐसे क्राइम की शुरुआत के लिए गूगल सर्विस प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करते हैं। इनकी मदद से वो लोगों को टारगेट करते हैं।

किन लोगों को बनाया जा रहा निशाना?

गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस स्कैम को 'पिग बूचरिंग स्कैम' या 'इंवेस्टमेंट स्कैम' के रूप में जाना जाता है। यह एक वैश्विक घटना है। इसमें बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग और यहां तक कि साइबर स्लेवरी भी शामिल है। बेरोजगार युवाओं, हाउस वाइफ, स्टूडेंट्स और जरूरतमंद लोगों को निशाना बनाया जाता है। गृह मंत्रालय की 2023-24 रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर अपराधी क्राइम को करने के लिए स्पॉन्सर्ड फेसबुक एड के जरिये भी देश में गैरकानूनी लोन देने वाली ऐप्स लॉन्च कर रहे हैं। इन पर कार्रवाई करने के लिए सरकार पहले ही ऐसे लिंक की पहचान कर लेती है। जरूरत पड़ने पर इन लिंक्स को हटाने के लिए फेसबुक को निर्देश भी दिए जाते हैं।

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