म्यूचुअल फंड की स्कीम में निवेश के दो विकल्प हैं। पहला डायरेक्ट और दूसरा रेगुलेर है। यह माना जाता है कि डायरेक्ट फंड सस्ता है, जिससे इसके जरिए निवेश करने में ज्यादा फायदा है। रेगुलर फंड की कॉस्ट ज्यादा होती है, इसलिए इससे निवेश में नुकसान है। लेकिन, सिर्फ इस आधार पर फैसला नहीं लिया जा सकता। डायरेक्ट और रेगुलर में से कौन आपके लिए सही है यह कई बातों पर निर्भर करता है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
