इनफ्लेशन और सोशल सिक्योरिटी के सीमित विकल्प को देखते हुए हर व्यक्ति के लिए रिटायरमेंट से काफी पहले ही उसके बाद के खर्चों के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए। अभी इनवेस्टमेंट के जितने ऑप्शंस जितने उपलब्ध हैं, उनमें एंप्लॉयीज प्रोविडेंट फंड (EPF) सबसे पुराना है। प्राइवेट नौकरी करने वाले लोगों की सैलरी का एक हिस्सा हर महीने ईपीएफ में जमा होता है। एंप्लॉयी अपनी बेसिक सैलरी का 12 फीसदी इसमें कंट्रिब्यूट करता है। इतना ही अमाउंट एंप्लॉयर भी एंप्लॉयी के ईपीएफ अकाउंट में कंट्रिब्यूट करता है।