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FD निवेश में बेहतर फायदे के लिए अपनाएं ये आसान तरीका, मिलेगा दोगुना फायदा

FD लैडरिंग रणनीति का मतलब है अपनी पूरी राशि को एक ही फिक्स्ड डिपॉजिट में लगाने की बजाय, उसे अलग-अलग अवधि वाले कई एफडी में बांटना। इससे आपको हर साल या तय अवधि पर कुछ एफडी मैच्योर होती रहती हैं, जिससे पैसे की जरूरत पड़ने पर आसानी भी रहती है ।

Edited By: Shradha Tulsyanअपडेटेड Nov 18, 2025 पर 8:24 PM
FD निवेश में बेहतर फायदे के लिए अपनाएं ये आसान तरीका, मिलेगा दोगुना फायदा

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) हमेशा से भारतीय निवेशकों के बीच लोकप्रिय निवेश साधन रहा है, खासकर तब जब बाजार में अस्थिरता और जोखिम बढ़ जाते हैं। लेकिन बदलती ब्याज दरों के दौर में FD में हुआ निवेश भी कई जोखिम लेकर आता है। इन जोखिमों से बचने और बेहतर रिटर्न व लिक्विडिटी हासिल करने के लिए "FD लैडरिंग" रणनीति निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है।

क्या है FD लैडरिंग रणनीति?

FD लैडरिंग रणनीति के तहत, निवेशक अपनी पूरी रकम एक ही FD में डालने की बजाय उसे अलग-अलग अवधि की FD में बांट देते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर आपके पास 5 लाख रुपये हैं, तो आप उसे 1-1 लाख रुपये के पांच हिस्सों में बांटकर, अलग-अलग परिपक्वता (जैसे 1, 2, 3, 4 और 5 साल) की FD में निवेश कर सकते हैं। इसका फायदा ये है कि हर साल कोई न कोई FD मैच्योर होती रहती है और आपको सालाना लिक्विडिटी भी मिलती रहती है।

FD लैडरिंग के क्या फायदे हैं?

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