आजकल कई बीमा कंपनियां ‘मेटीरियल चेंज’ क्लॉज का इस्तेमाल करती हैं, जिसमें ग्राहकों से हर साल उनकी सेहत या जीवनशैली में हुए किसी भी महत्वपूर्ण बदलाव की जानकारी मांगी जाती है। इसका उद्देश्य होता है पॉलिसी को सही और न्यायसंगत बनाए रखना, लेकिन इससे ग्राहकों में चिंता भी पैदा हो जाती है कि कहीं उनकी प्रीमियम बढ़ाए न जाएं या दावा खारिज न हो जाए।
