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ITR Filing 2025: फॉर्म 16 से जुड़ी इन 6 बातों पर करें गौर, वरना भरना पड़ जाएगा जुर्माना

ITR Filing 2025: इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने से पहले फॉर्म 16 की हर डिटेल को सावधानी से जांचें। मिसमैच या गलती होने पर टैक्स नोटिस, जुर्माना या रिफंड में देरी हो सकती है। जानिए सैलरीड क्लास टैक्सपेयर्स को रिटर्न फाइल करने से पहले किन बातों पर गौर करना चाहिए।

Suneel Kumarअपडेटेड Jul 06, 2025 पर 11:30 PM
ITR Filing 2025: फॉर्म 16 से जुड़ी इन 6 बातों पर करें गौर, वरना भरना पड़ जाएगा जुर्माना
इनकम टैक्स पोर्टल से Form 26AS डाउनलोड करें और उसमें दर्ज टीडीएस से फॉर्म 16 का मिलान करें।

ITR Filing 2025: वित्त वर्ष 2024-25 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने की प्रक्रिया जोर पकड़ चुकी है। सैलरीड क्लास टैक्सपेयर्स को भी फॉर्म 16 मिल गया है और उनका रिटर्न भरने का प्रोसेस चल रहा है। यह दस्तावेज न सिर्फ नौकरीपेशा करदाता की इनकम और TDS का प्रमाण होता है, बल्कि इसके आधार पर आप टैक्स डिडक्शन और रिफंड का दावा भी करते हैं।

टैक्स एक्सपर्ट का मानना है कि इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने से पहले फॉर्म 16 को सावधानी से जांचना जरूरी है, ताकि कोई त्रुटि या मिसमैच टैक्स नोटिस या जुर्माने की वजह न बन जाए। आइए जानते हैं कि फॉर्म 16 क्या होता है और रिटर्न फाइल करने से पहले किन बातों पर गौर करना चाहिए।

क्या होता है फॉर्म 16 और क्यों है जरूरी?

फॉर्म 16 आपके नियोक्ता द्वारा जारी किया गया TDS सर्टिफिकेट होता है। इसमें आपकी सालभर की सैलरी और उस पर काटे गए टैक्स की पूरी जानकारी होती है। यह दो हिस्सों में होता है- Part A, जिसमें टीडीएस का ब्योरा होता है और Part B, जिसमें सैलरी का ब्रेकअप और कटौतियों की जानकारी दी जाती है। इन्हीं के आधार पर रिटर्न भरा जाता है।

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