NPS vs Mutual Funds: भारत में रिटायरमेंट प्लानिंग को अब पहले की तुलना में अधिक गंभीरता से लिया जा रहा है। इसकी बड़ी वजह औसत उम्र के साथ महंगाई का भी लगातार तेजी से बढ़ना है। ऐसे में रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए निवेश की प्राथमिकता भी बदली है, क्योंकि अब लोग लॉन्ग टर्म में अधिक रिटर्न पाना चाहते हैं, जो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और इस तरह के दूसरे परंपरागत निवेश से मिलना मुश्किल है।