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OTP फ्रॉड का आप भी बन सकते हैं शिकार, जानिए इससे बचने के क्या हैं टिप्स

आज चाय पीने से लेकर ब्रांडेड गुड्स तक का पेमेंट डिजिटल तरीकों से होने लगा है। साथ ही डिजिटल पेमेंट्स में फ्रॉड के मामले भी बढ़े हैं। आजकल कई लोग ओटीपी फ्रॉड का शिकार बन रहे हैं। कोई व्यक्ति ओटीपी फ्रॉड का शिकार बन सकता है। हालांकि, कुछ बुनियादी बातें जानने से इससे बचा जा सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 06, 2024 पर 12:19 PM
OTP फ्रॉड का आप भी बन सकते हैं शिकार, जानिए इससे बचने के क्या हैं टिप्स
साइबर क्रिमिनल्स फ्रॉड्स के लिए फिशिंग और सोशल इंजीनियरिंग सहित कई तरह के तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। उनका मकसद सिक्योरिटी के उपायों में सेंध लगाना होता है।

अब टी स्टॉल से लेकर लग्जरी ब्रांड्स तक का पेमेंट डिजिटल तरीके से हो रहा है। एक तरफ डिजिटल पेमेंट्स (Digital Payments) काफी सुविधाजनक है तो दूसरी तरफ यह थोड़ा रिस्की है। साइबर क्रिमिनल्स फ्रॉड्स के लिए एडवान्स टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने लगे हैं। डिजिटल पेमेंट के लिए OTP जरूरी है। इस One Time Password का इस्तेमाल सिर्फ एक बार किया जा सकता है। यह कुछ मिनट्स के लिए वैलिड होता है। यह डिजिटल पेमेंट की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। इसे पासवर्ड से ज्यादा सेक्योर माना जाता है। ओटीपी जेनरेट करने के लिए कॉम्पलेक्ट एल्गोरिद्म का इस्तेमाल होता है।

एक साल में मामलों में कई गुना वृद्धि

आज ओटीपी से जुड़े फ्रॉड्स और इसे इंटरसेप्ट करने के मामले आम हो गए हैं। RBI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कार्ड्स और इंटरनेट सेगमेंट से जुड़े फ्रॉड्स के मामलों की संख्या इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में बढ़कर 12,069 हो गई। ये मामले करीब 630 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन से जुड़े हैं। एक साल पहले की समान अवधि में ऐसे मामलों की संख्या 2,321 थी, जबकि ट्रांजेक्शन की वैल्यू 87 करोड़ रुपये थी।

फिशिंग का इस्तेमाल कर रहे साइबर क्रिमिनल

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