आजकल कई लोगों को अचानक बैंक से मैसेज या ईमेल मिलता है “आपके लिए प्री-अप्रूव्ड लोन उपलब्ध है”। यह सुनकर अकसर सवाल उठता है कि आखिर बैंक बिना पूछे कैसे तय कर लेते हैं कि हमें लोन चाहिए और हम उसे चुका पाएंगे। दरअसल, इसके पीछे एक बेहद व्यवस्थित प्रक्रिया और आपकी वित्तीय आदतों का गहरा विश्लेषण छिपा होता है।
