रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने गोल्ड लोन के नए नियमों का ड्राफ्ट 9 अप्रैल को पेश किया था। इस ड्राफ्ट के बारे में फाइनेंशियल सेक्टर में काफी चर्चा हुई है। खासकर बैंकर्स ने इस पर काफी प्रतिक्रिया जताई है। उनका मानना है कि इस नियम से उन लोगों को दिक्कत हो सकती है, जो अचानक पैसे की जरूरत पूरी करने के लिए गोल्ड गिरवी रखकर लोन लेते हैं। उधर, नए नियम पेश करने के पीछ आरबीआई का मकसद गोल्ड लोन लेने वाले लोगों के हितों की रक्षा है। इसके लिए केंद्रीय बैंक कमर्शियल बैंक, को-ऑपरेटिव बैंक और एनबीएफसी के गोल्ड लोन के नियमों में समानता चाहता है।