लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने व्यक्तियों और माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज (MSEs) द्वारा लिए जाने वाले सभी फ्लोटिंग रेट लोन्स के मामले में उन्हें वक्त से पहले चुकाए जाने या बंद किए जाने पर बैंकों और अन्य लेंडर्स की ओर से लगाए जाने वाले प्रीपेमेंट चार्जेस या फोरक्लोजर चार्जेस को खत्म करने का प्रस्ताव किया है। इन लोन्स में कारोबारी उद्देश्यों के लिए लोन भी शामिल हैं। वर्तमान में रिटेल बॉरोअर्स के लिए लोन वक्त से पहले चुकाने या बंद करने पर प्रीपेमेंट चार्ज 4-5 प्रतिशत है।